इस उम्मीद से की..
नमी पत्थर में भी जरुरी है..
हर रात अंधेरों में भी..
जुगनू की चमक जरुर है..
इसलिए..!
मुरझाये चेहरे में भी .. .
खुश रहना जरुरी है..
हर वक़्त का गुज़र जाना..
सफ़र के लिए जरुरी है..
इक दर्द से उभर कर..
दूसरे का आना भी जरुरी है..
इसलिए..!
मुरझाये चेहरे में भी..
खुश रहना जरुरी है..
-----मनोज---
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